परिवाद का अर्थ, परिभाषा एवं आवश्यक तत्व?

परिवाद का अर्थ परिवाद शब्द का वृहत् या विशाल अर्थ है, क्योंकि उसमें जबानी आरोप भी शामिल है. आरोप ऐसा होना चाहिए जो मजिस्ट्रेट को कार्यवाही करने के लिए आशय तथ्यों सहित प्रथमदृष्ट्या अपराध का किया जाना प्रकट करता हो. मजिस्ट्रेट से किया गया आरोप परिवाद है. यदि वह दण्ड प्रक्रिया संहिता के अन्तर्गत कार्यवाही … Read more

प्रथम सूचना रिपोर्ट (FIR) से आप क्या समझते हैं?

प्रथम सूचना रिपोर्ट (FIR) FIR को प्रथम सूचना प्रतिवेदन के नाम से भी जाना जाता है. प्रथम सूचना रिपोर्ट (FIR) में अंकित सूचना से अभिप्राय ऐसी सूचना से है जो किसी व्यक्ति द्वारा किसी पुलिस अधिकारी को दी जाती है एवं जो किसी अपराध के कारित किये जाने से सम्बन्धित होती है. इसका मुख्य उद्देश्य … Read more

सूचक प्रश्न क्या है उसे कब पूछना चाहिए कब नहीं?

सूचक प्रश्न क्या है? धारा 141 भारतीय साक्ष्य अधिनियम के अनुसार कोई प्रश्न, जो उस उत्तर को सुझाता है जिसे पूछने वाला व्यक्ति पाना चाहता है या पाने की आशा रखता है, सूचक प्रश्न कहा जाता है. सूचक प्रश्न वह प्रश्न है जो गवाह को यह इशारा करता है कि उनका वही उत्तर होगा जो … Read more

सह-अपराधी कौन होता है?

सह-अपराधी कौन है? सह-अपराधी ऐसे व्यक्ति को कहते हैं जिसने स्वयं किसी अपराध को करने में भाग लिया हो जब कुछ लोग मिलकर अपराध को करते हैं तो उन्हें सह-अपराधी कहते हैं. सह-अपराधी वह व्यक्ति होता है जो अपराध करने में बराबर साथ रहता है. सह-अपराधी शब्द से अपराध में साथ-साथ दोषी होना विदित होता … Read more

साक्षियों की मुख्य परीक्षा, प्रतिपरीक्षा एवं पुनः परीक्षा किसे कहते हैं? तीनों में क्या अंतर है?

मुख्य परीक्षा क्या है? धारा 137 भारतीय साक्ष्य अधिनियम के अनुसार, किसी साक्षी की उस पक्षकार द्वारा जो उसे बुलाता है. परीक्षा उसकी मुख्य परीक्षा (Main Examination) कही जाती है. धारा 138 के अनुसार, मुख्य परीक्षा सुसंगत तथ्यों से सम्बन्धित होनी चाहिये और बाद से विसंगत प्रश्न मुख्य परीक्षा में नहीं पूछे जा सकते. विशेषज्ञ … Read more

प्रतिपरीक्षा का आशय क्या है?

प्रतिपरीक्षा क्या है? साक्ष्य अधिनियम की धारा 137 के अनुसार, प्रतिपरीक्षा साक्षी की मुख्य परीक्षा के बाद होती है. एक पक्षकार के साक्षी की दूसरे पक्षकार द्वारा ली जाने वाली परीक्षा प्रतिपरीक्षा या प्रतिपृच्छा (जिरह) कहलाती है. किसी गवाह का साक्ष्य तब तक वैध नहीं माना जाता है. जब तक कि विपक्षी को प्रतिपरीक्षा का … Read more

विबंधन का अर्थ, परिभाषा एवं प्रकार?

विबंधन क्या है? इस्टापेल अंग्रेजी भाषा के शब्द फ्रेन्च शब्द इस्टाप से पाया गया है जिसका अर्थ है “रोक देना” अर्थात किसी व्यक्ति के पहले के कार्य या स्वीकृति उसे यथार्थ तथ्य या सत्य कथन करने से रोक देते हैं. भारतीय साक्ष्य अधिनियम की धारा 115 में विबंधन के नियम के बारे में कहा गया … Read more

सबूत का भार क्या होता है?

सबूत का भार क्या है? सबूत के भार का अर्थ है ‘तथ्य के सिद्ध करने का दायित्व’। प्रत्येक पक्षकार को ऐसे तथ्य को स्थापित करना होता है जो उसके पक्ष में हो तथा दूसरे पक्षकार के विपक्ष में. इसके लिए विषय के सार को देखा जाता है. किसी विवादग्रस्त बिन्दु पर साक्ष्य प्रस्तुत किये जाने … Read more

उपधारणायें क्या हैं? : अर्थ, परिभाषा एवं प्रकार?

उपधारणायें क्या हैं? न्याय में उपधारणा शब्द को विशेष तथा संकुचित अर्थ में लिया जाता है. सामान्यतया उपधारणा से किसी तथ्य के अस्तित्व के विषय में सकारात्मक या नकारात्मक अनुमान से अभिप्रेत है. जो न्यायालय के तर्क के आधार पर किसी दूसरे ऐसे तथ्यों से निकलता है. जो सर्वस्वीकृत हो या जिसकी न्यायिक अवेक्षा की … Read more

भारतीय साक्ष्य अधिनियम के तहत विशेषज्ञ कौन है?

विशेषज्ञ कौन है? विशेषज्ञ (Expert) उसे कहते हैं, जिसने ज्ञान की किसी विशेष शाखा का अध्ययन किया हो और अनुभव द्वारा उसमें कुशलता प्राप्त की हो. जो व्यक्ति ज्ञान विज्ञान की किसी विशेष शाखा में खासकर कुशल हो वह उस विषय का विशेषज्ञ है. परन्तु फिर भी इस शब्द का अभिप्राय किसी विषय में उच्च … Read more