धारा 452 आईपीसी | IPC 452 In Hindi | IPC 452 चोट, हमले या गलत तरीके से रोकने की तैयारी के बाद घर में अतिक्रमण

भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 452 चोट, हमले या गलत तरीके से रोकने की तैयारी के बाद घर में अतिक्रमण के अपराध से संबंधित है. IPC 452 क्या है? IPC की धारा 452 के अनुसार, जो कोई किसी व्यक्ति को उपहति कारित करने की, या किसी व्यक्ति पर हमला करने की या किसी व्यक्ति … Read more

धारा 441 आईपीसी | IPC 441 In Hindi | IPC 441 के तहत आपराधिक अतिचार

आपराधिक अतिचार सम्पत्ति-सम्बन्धी अपराधों की श्रृखला में अन्तिम अपराध है- ‘आपराधिक अतिचार’. प्रत्येक व्यक्ति को न केवल संपत्ति का अर्जन, धारण और उसका व्ययन करने का अधिकार है बल्कि उसका स्वतन्त्र रूप से उपयोग-उपभोग का अधिकार है. क्योंकि संपत्ति का अधिग्रहण और कब्जा इसके स्वतन्त्र उपयोग-उपभोग के अभाव में किसी उपयोग का नहीं है. प्रत्येक … Read more

IPC 304 in Hindi | 304B IPC in Hindi | 304A IPC in Hindi | गैर इरादतन हत्या के अपराध

भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) के तहत IPC 304, गैर इरादतन हत्या के अपराध से संबंधित है. जिसे “गैर इरादतन हत्या नहीं हत्या के बराबर (Culpable Homicide Not Amounting to Murder)” के रूप में जाना जाता है. आईपीसी की धारा 304 दो उपधाराओं में विभाजित है; 304A IPC और 304B IPC. यहां दोनों का विवरण विस्तार … Read more

संज्ञेय अपराध एवं असंज्ञेय अपराध क्या है? दोनों में क्या अंतर है?

संज्ञेय अपराध दण्ड प्रक्रिया संहिता, 1973 (सीआरपीसी) की धारा 2 (C) के अनुसार, संज्ञेय अपराध एवं मामलों से अभिप्राय ऐसे अपराध एवं मामलों से है जिनमें पुलिस अधिकारी; प्रथम अनुसूची के अनुसार, या तत्समय प्रवृत्त किसी विधि के अनुसार, वारंट के बिना गिरफ्तार कर सकता है. (“Cognizable offence” means an offence for which, and “Cognizable … Read more

अन्तर्राष्ट्रीय विधि में राष्ट्रीयता की परिभाषा, महत्व, प्राप्त करने के तरीके एवं खोना

राष्ट्रीयता की परिभाषा स्टार्क के अनुसार, “राष्ट्रीयता की परिभाषा ऐसे व्यक्तियों की सामूहिकता की सदस्यता की स्थिति से दी जा सकती है जिसके कृत्य, निर्णय और नीति ऐसे राज्य की वैध अवधारणा के माध्यम से संरक्षित हैं जो कि उन व्यक्तियों का प्रतिनिधित्व करता है.” फेन्विक के अनुसार, “राष्ट्रीयता एक ऐसा बंधन है जो व्यक्ति … Read more

धारा 151 क्या है? | CrPC 151 In Hindi | संज्ञेय अपराधों को रोकने के लिए गिरफ्तारी

भारत की दण्ड प्रक्रिया संहिता, 1973 (सीआरपीसी) की धारा 151 एक महत्वपूर्ण प्रावधान है, जो कानून प्रवर्तन अधिकारियों को सार्वजनिक व्यवस्था बनाए रखने और संभावित आपराधिक गतिविधियों को रोकने के लिए निवारक कार्रवाई करने का अधिकार देती है. यह धारा कानून प्रवर्तन अधिकारियों को संज्ञेय अपराधों को रोकने के लिए व्यक्तियों को गिरफ्तार करने का … Read more

युद्धकालीन नाकाबन्दी का अर्थ, परिभाषा एवं आवश्यक तत्व

युद्धकालीन नाकाबन्दी का अर्थ तथा परिभाषा स्टार्क के अनुसार, नाकाबन्दी तब होती है जब कोई युद्धरत देश शत्रु देश के समुद्री किनारे या उसके किसी हिस्से में जलयानों के आने-जाने पर रोक लगा देता है. ओपेनहाइम के अनुसार, सभी राष्ट्रों के वायुयान तथा समुद्री जहाजों के आवागमन को रोकने के उद्देश्य से शत्रु के समुद्री … Read more

अंतर्राष्ट्रीय कानून में युद्ध की परिभाषा एवं प्रभाव | युद्ध अपराध की परिभाषा एवं प्रकार

युद्ध की परिभाषा जैसा कि सर्वविदित है कि युद्ध शब्द अन्तर्राष्ट्रीय विधि में दो राष्ट्रों के मध्य मतवैभिन्यता की सहनशील सीमा को पार करने के उपरान्त हिंसात्मक बल प्रयोग को इंगित करता है. ऐसा बल प्रयोग एक राष्ट्र शांति का उल्लंघन माना जाता है. युद्ध में बल प्रयोग एवं हिंसा नियमित होती है तथा उद्देश्य … Read more

ट्रक दुर्घटना वकील क्या है? | ट्रक दुर्घटना वकील के प्रकार एवं वेतन

ट्रक दुर्घटना वकील एक ट्रक दुर्घटना वकील एक कानूनी पेशेवर होता है जो बड़े वाणिज्यिक ट्रकों से जुड़ी दुर्घटनाओं से संबंधित मामलों को संभालने में माहिर होता है. इन दुर्घटनाओं में आमतौर पर अर्ध-ट्रक, ट्रैक्टर-ट्रेलर, 18-पहिया वाहन और अन्य भारी वाणिज्यिक वाहन शामिल होते हैं. उनके विशाल आकार और वजन के कारण, ट्रकों से होने … Read more

हस्तक्षेप क्या है? | हस्तक्षेप की परिभाषा एवं आधार

हस्तक्षेप क्या है? यह कितने प्रकार का होता है? | क्या आत्मरक्षा के आधार पर एक राज्य दूसरे राज्य में हस्तक्षेप कर सकता है? हस्तक्षेप की परिभाषा ओपेनहाइम के अनुसार, हस्तक्षेप एक राज्य के मामलों में आज्ञात्मक रूप से हस्तक्षेप करना है जिससे कि वह उपस्थित परिस्थितियों को बनाये रखे अथवा उसमें परिवर्तन लाये स्टार्क … Read more