धारा 156(3) सीआरपीसी | CrPC 156(3) In Hindi | CrPC 156(3) के तहत मजिस्ट्रेट की शक्ति

भारतीय दंड प्रक्रिया संहिता (CrPC) की धारा 156(3) के अनुसार, किसी मजिस्ट्रेट को निर्देश दिया जा सकता है कि वह पुलिस को कुछ विशेष मामलों में जांच कराने के लिए आदेश दे. यहां एक संक्षेप में इस धारा के बारे में जानकारी है- 1. FIR की अस्वीकार यदि किसी व्यक्ति एक पुलिस थाने में शिकायत … Read more

शमनीय अपराध क्या है? | वापसी और प्रशमन के बीच अंतर

शमनीय अपराध शमनीय अपराध क्या है? शमन करना समझौते का पक्षकारों के बीच एक मामला होता है. किन्तु अपराधों का शमन करना यह सूचित करता है कि पक्षकारों के बीच झगड़ा परस्पर सहमति से तय हो गया है या उसका समायोजन हो गया है. इसका मतलब है कि मामले में एक ऐसी अवस्था आ पहुँची … Read more

अन्वेषण डायरी क्या है? | अन्वेषण डायरी का उद्देश्य एवं प्रयोग

अन्वेषण डायरी क्या है? पुलिस डायरी क्या है? दण्ड प्रक्रिया संहिता (CrPC) की धारा 172, डायरी में जो विषय शामिल रहते हैं उनका वर्णन करती है. यह डायरी पुलिस डायरी भी कहलाती है. इसमें निम्नलिखित बातें रहती हैं- प्रत्येक पुलिस अधिकारी जो मामले का अन्वेषण करता है, वह रोजाना अन्वेषण को प्रगति का वर्णन करता … Read more

पुनरीक्षण की परिभाषा, प्रक्रिया एवं न्यायालय की पुनरीक्षण की शक्तियां?

पुनरीक्षण की परिभाषा किसी मामले में चाहे वह लम्बित हो या निर्णीत किया जा चुका हो उच्च न्यायालय या सेशन न्यायालय द्वारा किसी अधीनस्थ न्यायालय द्वारा की जाने वाली कार्यवाही या दिये ज जाने वाले निर्णय या दण्डादेश की शुद्धता या वैधता या औचित्य की जांच करना पुनरीक्षण कहलाता है | पुनरीक्षण की प्रक्रिया क्या … Read more

CrPC के तहत अभिवाक् सौदेबाजी की परिभाषा एवं प्रक्रिया क्या है?

अभिवाक् सौदेबाजी क्या है? प्ली बार्गेनिंग को हिंदी में अभिवाक् सौदेबाजी या दलील सौदेबाजी भी कहा जाता है. जब अभियुक्त पर कोई अपराध करने का आरोप हो और वह न्यायालय में आवेदन करता है कि वह मामले का समझौते द्वारा पारस्परिक स्वीकार्य हल चाहता है तो वह न्यायालय जिसके समक्ष अभियुक्त का मामला लम्बित (Pending) … Read more

CrPC के तहत संस्वीकृति लेखबद्ध करने की प्रक्रिया क्या है? | संस्वीकृति क्या है?

संस्वीकृति का अर्थ दण्ड प्रक्रिया संहिता (CrPC) में संस्वीकृति को परिभाषित नहीं किया गया है. साधारण शब्दों में जहाँ किसी व्यक्ति पर अपराध करने का आरोप लगाया गया है या अनुमान का सुझाव दिया गया है कि उसने अपराध किया है तो उस व्यक्ति द्वारा किया गया अपराध स्वीकरण संस्वीकृति (Confession) कहलाता है | संस्वीकृति … Read more

CrPC के तहत लोक न्यूसेंस : अर्थ, परिभाषा, हटाना, प्रक्रिया एवं आगे की कार्यवाही

न्यूसेंस का अर्थ? अपदूषण (Nuisance) फ्रेंच भाषा के शब्द न्यूरे (Nuire) और लैटिन शब्द नोसेर (Nocere) से लिया गया है, जिसका अर्थ होता है- हानि पहुँचाना या बाधा उत्पन्न करना | लोक न्यूसेंस क्या है? अपदूषण या उपद्रव को अंग्रेज़ी में न्यूसेंस भी कहा जाता है. सरकार का लोकतांत्रिक रूप में जन-जीवन एवं सम्पत्ति की … Read more

CrPC के तहत पत्नी एवं माता-पिता के भरण-पोषण के लिए क्या उपबन्ध हैं?

भरण-पोषण की मांग कौन कर सकता है? CrPC की धारा 125 (1) के अनुसार, पर्याप्त साधनों वाले व्यक्ति से निम्नलिखित व्यक्ति भरण-पोषण के लिए हकदार हैं- एक मामले में उच्चतम न्यायालय (SC) द्वारा यह अभिनिर्धारित किया गया है कि पत्नी के भरण-पोषण के मामलों में पत्नी का भरण-पोषण करने में असमर्थ होना पूर्ववर्ती शर्त है. … Read more

तलाशी वारण्ट क्या है और यह कब जारी किया जाता है?

तलाशी वारण्ट किसे कहते हैं? तलाशी वारण्ट को दण्ड प्रक्रिया संहिता (CrPC) में परिभाषित नहीं किया गया है. फिर भी सामान्य तौर पर न्यायालय द्वारा किसी वस्तु या दस्तावेज की तलाशी, विचारण, जांच या अन्य कार्यवाही के लिए जारी किया जाने वाला वारण्ट, तलाशी वारण्ट कहलाता है | तलाशी वारण्ट कब जारी किया जा सकता … Read more

दंड न्यायालयों की शक्तियां क्या हैं? | Powers of Criminal Courts

दंड न्यायालयों की शक्तियां? हमारे यहां न्यायालयों का पद-सोपान (Steps) निर्धारित है. राज्य में उच्चतम स्तर पर उच्च न्यायालय होता है तो निम्नतम स्तर पर द्वितीय वर्ग के न्यायिक मजिस्ट्रेट का न्यायालय. इनकी दण्डादेश शक्तियां भी अलग-अलग हैं. उच्च न्यायालय तथा सेशन न्यायाधीश को दण्डादेश की शक्ति धारा 28 में दी गई जो इस प्रकार … Read more