WTO का मुख्यालय कहां है? | WTO की संरचना, शक्तियां एवं कार्य

WTO क्या है? WTO का मुख्यालय कहां है? द्वितीय विश्व युद्ध के बाद संयुक्त राष्ट्र संघ के अनेक प्रयासों के परिणाम स्वरूप जेनेवा में 1 जनवरी, 1995 को विश्व व्यापार संगठन (World Trade Organization) की स्थापना हुई. विश्व व्यापार संगठन की मुख्य आधारशिला नागरिक व्यवहार एवं सर्वाधिक अनुकूल राष्ट्र व्यवहार के सिद्धान्तों से निर्मित है. … Read more

विधि की परिभाषा क्या है? | विधि के विभिन्न प्रकार एवं वर्गीकरण

विधि की परिभाषा में कठिनाई विधिशास्त्र की भाँति विधि को भी परिभाषित करना एक कठिन कार्य है. विधियाँ सामान्यतया देश और काल की उपज होती है. किसी भी देश की विधि को वहाँ की परिस्थितियाँ, वहाँ के जीवन मूल्य, आवश्यकतायें, अपेक्षायें भौगोलिक वातावरण, धर्म आदि प्रभावित करते हैं. यह सारी चीजें सभी देशों में एक … Read more

बार तथा बेंच में क्या संबंध होना चाहिये? | अधिवक्ताओं तथा न्यायालय के बीच क्या संबंध होना चाहिये?

बार तथा बेंच संबंध बार तथा बेंच में संबंध क्या है? न्यायपीठ और अधिवक्ता वर्ग एक ही तन्त्र की दो भुजाएं हैं और जब तक ये दोनों पारस्परिक सामंजस्य में कार्य नहीं करती रहेंगी, तब तक न्यायालयों द्वारा न्याय-प्रशासन उचित रूप से सम्पन्न नहीं हो सकेगा. न्यायाधीश तथा अधिवक्ता न्याय प्रशासन के दो पहिए हैं … Read more

वृत्तिक ससूचनायें क्या हैं? तथा ये भारतीय साक्ष्य अधिनियम के अन्तर्गत प्रकटन से किस प्रकार संरक्षित हैं?

वृत्तिक ससूचनायें क्या हैं? वृत्तिक ससूचनायें या पेशेवर संचार क्या हैं? जब नियोजन के अनुक्रम में एक पक्षकार द्वारा दूसरे पक्षकार को दीवानी या आपराधिक विषय पर संसूचना दी जाती है तो इसे वृत्तिक संसूचना (Professional Communication) कहा जाता है. इस प्रकार की संसूचनायें साक्ष्य अधिनियम की धारायें 126, 127, 128 तथा 129 तक विस्तारित … Read more

मृत्युकालिक घोषणा क्या है? | मृत्युकालीन घोषणा का अर्थ एवं आवश्यक शर्ते

मृत्युकालीन घोषणा का अर्थ मृत्युकालिक कथन क्या है? मृत्युकालिक कथन उस कथन को कहते हैं. जिसमें कथन करने वाला अपनी मृत्यु का कारण या उन संव्यवहारिक परिस्थितियों को जिनकी परिणति उसकी मृत्यु में हुई बताता है. जैसे यदि ‘अ’ घायल अवस्था में अस्पताल में है और वह यह कथन करता है कि रात में वह … Read more

न्यायिक अवेक्षा क्या है? इसका क्या सिद्धान्त है?

न्यायिक अवेक्षा क्या है? न्यायिक अवेक्षा (Judicial Notice) का मतलब होता है कि न्यायाधीश द्वारा किसी तथ्य की सत्यता को मान्यता देना. बिना साक्ष्य के यदि किसी तथ्य को न्यायालय सत्य मान लेता है तो कहा जाता है कि न्यायालय ने उस तथ्य को न्यायिक अवेक्षा की है. इसका कारण यह होता है कि ऐसी … Read more

अन्वेषण डायरी क्या है? | अन्वेषण डायरी का उद्देश्य एवं प्रयोग

अन्वेषण डायरी क्या है? पुलिस डायरी क्या है? दण्ड प्रक्रिया संहिता (CrPC) की धारा 172, डायरी में जो विषय शामिल रहते हैं उनका वर्णन करती है. यह डायरी पुलिस डायरी भी कहलाती है. इसमें निम्नलिखित बातें रहती हैं- प्रत्येक पुलिस अधिकारी जो मामले का अन्वेषण करता है, वह रोजाना अन्वेषण को प्रगति का वर्णन करता … Read more

व्यावसायिक अवचार क्या है? | व्यावसायिक अवचार की परिभाषा एवं वर्गीकरण

व्यावसायिक अवचार की परिभाषा व्यावसायिक अवचार से आप क्या समझते हैं? इसे हिंदी में व्यावसायिक दुराचार या व्यावसायिक दुराचरण या व्यावसायिक कदाचार (वृत्तिक कदाचार) आदि नामों से भी जाना जाता है. व्यावसायिक अवचार किसे कहते हैं? विधि व्यवसाय में अधिवक्ताओं का यह कर्तव्य है कि वे अपनी वृत्तिक आचार-संहिता का पालन करें और कोई ऐसा … Read more

WIPO क्या है? | WIPO की संरचना एवं कार्य

WIPO से आप क्या समझते हैं? WIPO क्या है? WIPO का पूरा नाम ‘विश्व बौद्धिक व्यापार संगठन (World Intellectual Property Organization) हैं’. WIPO की स्थापना 1967 में की गयी थी. इसका मुख्यालय जेनेवा, स्विटजरलैण्ड में है. WIPO राष्ट्रों के मध्य सहयोग एवं अन्य अन्तर्राष्ट्रीय संगठनों की सहभागिता के जरिये सम्पूर्ण विश्व में बौद्धिक संपदा अधिकारों … Read more

एक अधिवक्ता में क्या विशेषतायें होनी चाहिये? | Characteristics Of Advocate

एक कुशल एवं सफल अधिवक्ता के गुण एक अधिवक्ता में क्या विशेषतायें होनी चाहिये? विधि व्यवसाय उतना आसान नहीं है जितना इसे समझा जाता है. यह अत्यन्त जोखिम भरा कार्य है. इस व्यवसाय में सफलता के लिये अधिवक्ता का सभी दृष्टि से कुशल एवं निपुण होना आवश्यक है. सामान्यतया एक सफल अधिवक्ता के लिये निम्नांकित … Read more