एक विशेष पुलिस अधिकारी को नियुक्ति कब की जाती है?

विशेष पुलिस अधिकारी विशेष पुलिस अधिकारी (Special Police Officers) को पुलिस एक्ट, 1861 की धारा 17 यह उपबंधित करता है कि जब यह मालूम होगा कि कोई विधि-विरुद्ध सम्मेलन [मजमा खिलाफ कानून)] या बलवा हुआ है या शान्ति भंग हुई है या उसके होने की उपयुक्त तौर पर आशंका है. तथा शान्ति बनाये रखने के … Read more

सुलह क्या है? | सुलहकर्ता की नियुक्ति एवं भूमिका

सुलह क्या है? सुलह किसे कहते हैं? जहां पक्षकार बिना किसी पूर्व करार के अपने विवाद को किसी तीसरे व्यक्ति की सहायता से हल कराकर उसके हल या निदान को स्वीकारते हैं तब वह प्रक्रिया सुलह कहलाती है. यह प्रक्रिया माध्यस्थम् से भिन्न है. इसमें सुलहकर्ता पक्षकारों के बीच हुए सुलह की अधिमान्यता देता है. … Read more

माध्यस्थम् पंचाट क्या है? | मध्यस्थम पंचाट का प्रारूप एवं प्रभाव

माध्यस्थम् पंचाट माध्यस्थम् या मध्यस्थता पंचाट क्या है? माध्यस्थम् एवं सुलह अधिनियम, 1996 की धारा 2 (1) (C) के अनुसार, माध्यस्थम् पंचाट के अन्तर्गत एक अन्तरिम पंचाट भी सम्मिलित है. धारा 2 (1) (C) पंचाट को परिभाषित नहीं करती है बल्कि यह बताती है कि माध्यस्थम् पंचाट में अन्तरिम पंचाट भी शामिल है. सामान्य तौर … Read more

माध्यस्थम् करार क्या है? | माध्यस्थम् करार का अर्थ, आवश्यक तत्व एवं विशेषताएं

माध्यस्थम् करार का अर्थ माध्यस्थम् या मध्यस्थता करार मध्यस्थ कार्यवाही की धुरी की तरह सबसे महत्वपूर्ण प्रपत्र है जिस पर पूरी मध्यस्थ कार्यवाही निर्भर करती है. न्यायालय की सहायता तभी प्राप्त होती है जब पक्षकारों के बीच में एक विधिक माध्यस्थम् करार का अस्तित्व रहता है. माध्यस्थम् करार का अर्थ यह होता है कि उभय … Read more

शमनीय अपराध क्या है? | वापसी और प्रशमन के बीच अंतर

शमनीय अपराध शमनीय अपराध क्या है? शमन करना समझौते का पक्षकारों के बीच एक मामला होता है. किन्तु अपराधों का शमन करना यह सूचित करता है कि पक्षकारों के बीच झगड़ा परस्पर सहमति से तय हो गया है या उसका समायोजन हो गया है. इसका मतलब है कि मामले में एक ऐसी अवस्था आ पहुँची … Read more

पेटेण्ट दाखिल करने की प्रक्रिया | Patent Filing Process

पेटेण्ट दाखिल करने की प्रक्रिया पेटेंट आवेदन भरने की प्रक्रिया? पेटेण्ट अधिनियम, 1970 की धारा 6 से 11 के अन्तर्गत उन शर्तों एवं औपचारिकताओं को उपबंधित किया गया है जिसमें पेटेण्ट दाखिल करते समय आवेदनकर्ता द्वारा पूरा किया जाना आवश्यक होता है. जब तक आविष्कार को पेटेण्ट प्राप्त नहीं होता है यह साम्पत्तिक अधिकार का … Read more

पेटेंट तंत्र के क्या उपयोगिता है? | Utility Of The Patent System

पेटेंट तंत्र की मूल्य/उपयोगिता पेटेंट तंत्र के क्या उपयोगिता है? आविष्कारकर्ता को इस बात की चिन्ता थी कि उनके आविष्कारों का किसी अन्य के द्वारा उनकी नकल या उनके द्वारा प्रयुक्त तरीकों को अपनाते हुए अतिलंघन नहीं किया जाना चाहिये. अतः आविष्कारकर्ता के हितों को सुरक्षित रखने के लिए भारतीय पेटेंट और डिजाइन अधिनियम, 1911 … Read more

लोक अदालत क्या है? | लोक अदालत की प्रक्रिया एवं शक्तियां

लोक अदालत लोक अदालत क्या है? न्यायालयीन लम्बी प्रक्रिया के कारण देश के विभिन्न न्यायालयों में लम्बे समय से मामले विचाराधीन हैं. ये मामले न्याय प्रशासन के लिए चिन्ता का विषय बने हैं. न्यायालय की लम्बी प्रक्रिया के कारण लोगों का विश्वास न्यायालय पर से कम हुआ है. इन्हीं सब बातों को ध्यान में रखते … Read more

पेटेंट प्राप्ति की प्रक्रिया | पेटेंट की अवधि एवं नवीनीकरण

पेटेंट प्राप्ति की प्रक्रिया के विभिन्न चरण पेटेंट प्राप्त करने की प्रक्रिया? पेटेंट अधिनियम, 1970 की धारा 6 से 53 तक में पेटेंट प्राप्त करने की प्रक्रिया का उल्लेख किया गया है. इसका अध्ययन निम्नांकित शीर्षकों के अन्तर्गत किया जा सकता है- 1. आवेदन-पत्र का प्रस्तुतीकरण अधिनियम की धारा 6 के अधीन प्राधिकृत व्यक्ति आवेदन … Read more

पेटेंट धारक (पेटेंटी) के अधिकार और दायित्व

पेटेंट धारक (पेटेंटी) के अधिकार और दायित्व क्या है? पेटेंट के लिए आवेदन करने तथा पेटेंट अभिप्राप्त करने का मुख्य उद्देश्य आविष्कार का उपयोग करने, आविष्कृत उत्पाद के विनिर्माण और विपणन (Manufacturing And Marketing) करने के लिए अनन्य अधिकार प्राप्त करना है. पेटेंट अनुदत्त कर पेटेंटी को वैधानिक तौर पर आविष्कार के सम्बन्ध में एकाधिकार … Read more