सदोष मानव वध तथा हत्या में क्या अन्तर है?

भारतीय दण्ड संहिता (IPC) की धारा 299 एवं धारा 300 दोनों ही व्यक्ति की जीवन लीला समाप्त करने वाले कार्यों को दण्डित करती हैं. दोनों को लागू की जाने वाली शर्तें लगभग समान हैं, अतः दोनों के बीच अन्तर बहुत ही सूक्ष्म है. लेकिन फिर भी उसे वास्तविक कहा जा सकता है. किशोरी सिंह बनाम … Read more

धारा 494 IPC | IPC 494 In Hindi | द्विविवाह (Bigamy)

द्विविवाह Dhara 494 IPC In Hindi? भारतीय दण्ड संहिता (IPC) की धारा 494 ऐसे विवाह को दण्डनीय बनाती है जो विवाह के पक्षकार की पति अथवा पत्नी के जीवित रहने के कारण शून्य है. इस प्रकार के विवाह को अंग्रेजी विधि में द्विविवाह (Bigamy) कहा जाता है. धारा 494 क्या है? IPC की धारा 494 … Read more

हत्या क्या है? कब सदोष मानव वध हत्या नहीं होती? | हत्या के अपराध के आवश्यक तत्व

हत्या क्या है? IPC 300 In Hindi? IPC की धारा 300 उन परिस्थितियों को बात करता है जिसमें आपराधिक मानव वध हत्या होती है. हत्या में आपराधिक मानव वध शामिल है लेकिन आपराधिक मानव वध हत्या हो भी सकता है नहीं भी हो सकता. मानव वध हत्या तभी होगा जब धारा 300 के 4 खण्डों … Read more

गृह भेदन क्या है? | गृह अतिचार एवं गृहभेदन में अन्तर

IPC 445 In Hindi | गृह भेदन की धारा? | भारतीय दण्ड संहिता (IPC) की धारा 445 क्या है? | धारा 445 क्या है? गृह भेदन क्या है? Dhara 445 In Hindi? IPC की धारा 445 के अनुसार, जो व्यक्ति गृह अतिचार करता है, वह गृह भेदन (House Breaking) करता है, यह कहा जाता है, … Read more

प्रथा/रूढ़ि की परिभाषा एवं प्रकार | वैध प्रथा के आवश्यक तत्व

प्रथा/रूढ़ि की परिभाषा प्रथा/रूढ़ि विधि का सबसे प्राचीन स्रोत है. रूढ़ि की उत्पत्ति समाज की उत्पत्ति के साथ माना जाता है. रूढ़ियां आचरण सम्बन्धी आदतों पर आधारित होती हैं जो सामान्य रूप से लोगों द्वारा अनुपालित की जाती हैं. प्रोफेसर कीटन के अनुसार, प्रथाओं की सबसे अधिक साधारण परिभाषा इस प्रकार है; ‘प्रथाएं एक ही … Read more

व्यापार चिह्न/ट्रेडमार्क के आवश्यक तत्व

व्यापार चिन्ह के आवश्यक तत्व व्यापार चिह्न/ट्रेडमार्क के आवश्यक तत्व वे मूलभूत घटक हैं जो व्यापार चिह्न बनाते हैं और इसे इसके उद्देश्य को पूरा करने के लिए आवश्यक विशिष्टता और कानूनी सुरक्षा प्रदान करते हैं. ये तत्व व्यापार चिह्न के पंजीकरण, पहचान और प्रवर्तन के लिए महत्वपूर्ण हैं. व्यापार चिह्न के आवश्यक तत्वों में … Read more

व्यापार चिह्न/ट्रेडमार्क के कार्य एवं महत्व

व्यापार चिन्ह के कार्य एवं महत्व व्यापार चिन्ह के तीन महत्व? व्यापार चिह्न या ट्रेडमार्क का कार्य माल के उद्गम स्रोत, विनिर्माता या उसकी गुणवत्ता के बारे में क्रेताओं और भावी क्रेताओं को जानकारी देना है. यह माल या सेवाओं के बारे में संतोषजनक आश्वासन देता है. जिन व्यापारियों के माध्यम से माल बाजार में … Read more

व्यापार चिह्न/ट्रेडमार्क का अर्थ, परिभाषा एवं प्रकार

व्यापार चिह्न का अर्थ एवं परिभाषा व्यापार चिह्न/ट्रेडमार्क क्या है? व्यापार चिह्न का अर्थ है “व्यापारिक चिह्न” या “व्यापार मार्क”. यह एक विशिष्ट प्रकार का चिह्न होता है जिसे किसी व्यक्ति, कंपनी, उत्पाद, या सेवा को अन्य से अलग और पहचानने में मदद करने के लिए उपयोग किया जाता है. व्यापार चिह्न एक विशेष चिह्न, … Read more

व्यापार चिन्ह पंजीकरण क्या है? | व्यापार चिन्ह के पंजीकरण की प्रक्रिया

व्यापार चिन्ह पंजीकरण व्यापार चिन्ह/ट्रेडमार्क पंजीकरण क्या है? व्यापार चिन्ह पंजीकरण (Trademark Registration) एक कानूनी प्रक्रिया है जिसमें एक व्यक्ति या व्यापारी द्वारा उत्पादों या सेवाओं के लिए एक विशिष्ट चिन्ह (जो चिन्ह, शब्द, नाम, लेबल, लोगो, आकृति आदि के रूप में हो सकता है) को सुरक्षित करने की प्रक्रिया है. यह पंजीकरण व्यक्ति या … Read more

पेटेंट का उल्लंघन | पेटेंट के उल्लंघन की स्थिति में उपलब्ध उपचार

पेटेंट का उल्लंघन प्रायः प्रत्येक पेटेंटी यह चाहता है कि उसके आविष्कार पर उसका एकाधिकार रहे तथा कोई भी व्यक्ति उसका उल्लंघन नहीं करें. पेटेंट अधिनियम के अन्तर्गत भी पेटेंटी के पेटेंट (Patent) की रक्षा की गई है. पेटेंट पेटेंटी को भारत में आविष्कार को बनाने, वितरण करने अथवा उसका विक्रय आदि करने का अधिकार … Read more