व्यापार चिह्न/ट्रेडमार्क के कार्य एवं महत्व

व्यापार चिह्न/ट्रेडमार्क के कार्य एवं महत्व

व्यापार चिन्ह के कार्य एवं महत्व

व्यापार चिन्ह के तीन महत्व? व्यापार चिह्न या ट्रेडमार्क का कार्य माल के उद्गम स्रोत, विनिर्माता या उसकी गुणवत्ता के बारे में क्रेताओं और भावी क्रेताओं को जानकारी देना है. यह माल या सेवाओं के बारे में संतोषजनक आश्वासन देता है. जिन व्यापारियों के माध्यम से माल बाजार में पहुंचता है. में उनकी पहचान व्यक्त करता है.

यह माल के क्रेताओं, भावी क्रेताओं या सेवा प्राप्त करने वाले को उपदर्शित करता है कि जो कुछ उनके सामने प्रस्तुत किया गया है उसकी गुणवत्ता, उपयोगिता या प्रकृति क्या है, ताकि वे अपनी आवश्यकतानुसार उपयोगी वस्तुओं का चयन कर सकें.

यह समान माल या सेवाओं से विभिन्न स्रोतों और उनकी प्रामाणिकता के बारे में क्रेता को स्पष्ट करता है, जिनके आधार पर वह माल को पसन्द करता है और बाद में क्रय करता है. व्यापार चिह्न माल के विनिर्माता और सेवा प्रदाता के गुडविल को विज्ञापित करता है.

व्यापार चिह्न आधुनिक वाणिज्यिक जगत में माल के उद्गम स्रोत और उसकी गुणवत्ता के उपदर्शन के उद्देश्यों की पूर्ति करता है. यह माल या सेवाओं के चयन एवं उपयोग करने में ग्राहकों, उपभोक्ताओं या भावी उपभोक्ताओं को सहायता प्रदान करता है. जिससे कोई भी व्यक्ति सामर्थ्य और पसन्द की आवश्यकता के अनुरूप उचित गुणवत्ता वाली वस्तु को प्राप्त कर सके. जहां एक व्यापारी व्यापार चिह्न के द्वारा माल की सर्वोत्तम गुणवत्ता को प्रदर्शित कर सकता है वहीं भिन्न गुणवत्ता वाली वस्तु को अन्य व्यापार चिह्न से उपदर्शित कर सकता है. माल के संबंध में जो कार्य व्यापार चिह्न का है वही सेवाओं के बारे में सेवा चिह्न का होता है.

संक्षेप में व्यापार चिह्न के निम्नलिखित कार्य हैं-

  1. सामानों की उत्पत्ति या स्रोत को परिलक्षित करना;
  2. सामानों की गुणवत्ता की गांरटी देना;
  3. सामानों को विज्ञापित करने का साधन;
  4. बौद्धिक सम्पदा के रूप में;
  5. अन्य सामानों से सुभिन्नता प्रदर्शित करना.

1. सामानों की उत्पत्ति या स्रोत को परिलक्षित करना

इस तरह के फलन (कार्य) को दायित्व संबंधी फलन (Liability Function) भी कह सकते हैं. व्यापार चिह्न के द्वारा किसी उत्पाद की उत्पत्ति अर्थात् निर्माण या उत्पादन के स्थान का पता चलता है. व्यापार चिह्न तात्विक रूप से प्रतिस्पर्धात्मक अर्थव्यवस्था की उत्पत्ति है.

2. सामानों की गुणवत्ता की गारण्टी देना

वस्तुओं की बढ़ती मांग ने उद्योग एवं व्यापार जगत को लाभ के व्यापक अवसर प्रदान किये हैं. यदि कोई उद्यम अपने द्वारा उत्पादित मालों की गुणवत्ता बनाये रखता है तो कुछ समय बाद यह उपभोक्ता पर अपना स्पष्ट प्रभाव छोड़ता है और जब वह दुबारा बाजार जाता है तो उक्त व्यापार चिह्न माल के गुणवत्ता के प्रति वह पूरी तरह से आश्वस्त रहता है. अन्य व्यक्तियों को अपने अनुभव के आधार पर उस विशेष गुणवत्ता सामानों की वह दूसरों को सलाह भी दे सकता है. इसे गुणवत्ता संबंधी फलन भी कहते हैं.

3. सामानों को विज्ञापित करने का एक साधन

हम इसे व्यापार चिह्न का प्रेरणा संबंधी फलन (Motivation Function) कह सकते हैं. औद्योगिक क्रान्ति के पश्चात् व्यापार और वाणिज्य क्षेत्र में सामानों की बिक्री हेतु विज्ञापन का प्रयोग प्रिंट मीडिया द्वारा किया जाना महत्वपूर्ण और अपरिहार्य हो गया है क्योंकि इसके माध्यम से ‘व्यस्त’ उपभोक्ता को कुछ क्षणों में सामानों की प्रकृति उपयोग विधि और उनकी गुणवत्ता से संबंधित सभी सूचनाएं प्राप्त हो जाती हैं.

आज के दौर में जनसंचार के इलेक्ट्रानिक माध्यमों द्वारा यथा दूरदर्शन की लोकप्रियता के चलते किसी उत्पाद को खरीदने या न खरीदने संबंधी निर्णय अक्सर उस उत्पाद के बारे में टेलीवीजन के पर्दे पर उपभोक्ता द्वारा देखे गये विज्ञापन से प्रभावित होता है। कहने की जरूरत नहीं कि इससे बाजार में जाने पर उसके समय की काफी बचत होती है.

4. बौद्धिक सम्पदा के रूप में

व्यापार चिह्न एक बौद्धिक सम्पदा है. हर एक आधुनिक राष्ट्र ने व्यापार चिन्ह के स्वामी के अधिकारों को संरक्षित करने के उद्देश्य से आवश्यक कानूनों का निर्माण किया है. इस फलन को हम बौद्धिक सम्पदा फलन (Intellectual Property Function) कह सकते हैं.

5. अन्य सामानों से सुभिन्नता प्रदर्शित करना

व्यापार चिह्न का एक मुख्य कार्य यह भी है कि यह एक व्यक्ति के सामानों या सेवाओं को दूसरों के सामानों या सेवाओं से अलग करता है अर्थात सुभिन्न प्रदर्शित करता है. कुछ व्यक्तियों के द्वारा गुणवत्ता वाले सामानों के व्यापार चिह्न का प्रयोग करते हुए उसी प्रकार के घटिया सामानों को प्रयोग में लाते हैं. इस प्रकार के छलपूर्वक व्यवहार से ग्राहक दिग्भ्रमित होता है और छला जाता है. अतः किसी व्यक्ति के द्वारा गलत और छलपूर्वक किसी व्यापार चिन्ह का प्रयोग करने पर दण्डित किया जा सकता है.

इम्पीरियल टोबैको बनाम रजिस्ट्रार ट्रेड मार्क्स (AIR 1977 कलकत्ता 413) के बाद में कलकत्ता उच्च न्यायालय ने अभिनिर्धारित किया कि “सुभिन्नता” शब्द व्यापार चिन्ह की गुणवत्ता को प्रदर्शित करता है जो चिन्हित माल को अन्य से अलग करता है. अतः संक्षेप में व्यापार चिह्न के कार्यों को निम्नलिखित प्रयोजनों हेतु प्रयोग किया जाता है जो इस प्रकार है-

  1. उत्पाद की बिक्री की बढ़ोत्तरी के लिए;
  2. उपभोक्ताओं के मन में उत्पाद के प्रति आकर्षण पैदा करके;
  3. उत्पाद की क्वालिटी की गारण्टी देने के लिए;
  4. उत्पाद के विज्ञापन के लिए;
  5. उत्पाद की उत्पत्ति एवं उसके गुणों की जानकारी देने के लिए:
  6. एक उत्पाद को दूसरे उत्पाद से सुभिन्न करने के लिए;
  7. उत्पाद की गुडविल को संरक्षण प्रदान करने के लिए |

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