अनुश्रुति साक्ष्य क्या है? | कब अनुश्रुत साक्ष्य ग्राह्य होता है?

अनुश्रुत साक्ष्य अनुश्रुति साक्ष्य किसे कहते है? अनुश्रुत शब्द की परिभाषा साक्ष्य अधिनियम में नहीं दी गई है. यह वह साक्ष्य है जो साक्षी की स्वयं की जानकारी का न हो कर किसी अन्य व्यक्ति से प्राप्त किया गया होता है. यह न्यायालय के बाहर किसी ऐसे व्यक्ति द्वारा किया गया था जो वाद में … Read more

आविष्कार क्या है? | पेटेंट अधिनियम के तहत क्या आविष्कार नहीं है?

आविष्कार की परिभाषा भारतीय पेटेंट अधिनियम 1970 की धारा 2 (1) (ञ) में शब्द ‘आविष्कार’ की परिभाषा दी गई है. इसके अनुसार- “आविष्कार से अभिप्राय औद्योगिक प्रयोग के लिए समर्थ तथा आविष्कार योग्य कदम से अन्तर्ग्रस्त नये उत्पाद या प्रक्रिया से है.” साइनिंग इण्डस्ट्रीज बनाम श्री कृष्ण इण्डस्ट्रीज (AIR 1975 इलाहाबाद 231) के मामले में … Read more

राष्ट्रीयता क्या है? | राष्ट्रीयता का महत्व, प्राप्त करने के तरीके एवं खोना

राष्ट्रीयता की परिभाषा स्टार्क के अनुसार, “राष्ट्रीयता की परिभाषा ऐसे व्यक्तियों की सामूहिकता की सदस्यता की स्थिति से दी जा सकती है जिसके कृत्य, निर्णय और नीति ऐसे राज्य की वैध अवधारणा के माध्यम से संरक्षित हैं जो कि उन व्यक्तियों का प्रतिनिधित्व करता है.” फेन्विक के अनुसार, “राष्ट्रीयता एक ऐसा बंधन है जो व्यक्ति … Read more

किसी कंपनी के निदेशकों की शक्तियां एवं कर्तव्य

कंपनी के कारबार का संचालन एवं प्रबन्धन निदेशकों द्वारा ही किया जाता है. वस्तुतः कंपनी का सारा कामकाज निदेशकों के जिम्मे ही होता है. यही कारण है कि कंपनी अधिनियम के अन्तर्गत निदेशकों को विपुल शक्तियां प्रदान की गयी हैं. वास्तविकता तो यह है कि कम्पनी की शक्तियों का प्रयोग उसके निदेशकों द्वारा ही किया … Read more

एक कंपनी में निदेशकों की नियुक्ति के 5 तरीके | निदेशकों की अयोग्यता

कंपनी अधिनियम, 2013 की धारा 152 में निदेशकों की नियुक्ति के बारे में प्रावधान किया गया है. कंपनी के प्रबन्धन में निदेशकों की अत्यन्त महत्वपूर्ण भूमिका होती है. अतः यह अपेक्षा की जाती है कि कम्पनी के निदेशक पद पर कर्तव्यनिष्ठ कार्यकुशल एवं दक्ष व्यक्ति को ही नियुक्त किया जाना चाहिये. धारा 149(3) में यह … Read more

कंपन किसे कहते हैं? | कंपनी का अर्थ, परिभाषा एवं विशेषताएं

कंपनी का अर्थ ‘कंपनी’ शब्द लैटिन भाषा से लिया गया है. इसकी उत्पत्ति दो लैटिन शब्दों ‘कम’ (Com) और ‘पेनिस’ (Panis) के मेल से हुई है, जिनका अर्थ क्रमश: ‘साथ-साथ’ तथा ‘रोटी’ होता है. प्रारम्भ में ‘कंपनी’ शब्द का आशय ऐसे व्यक्तियों के समूह से था जो भोजन के लिये एकत्रित हुए हों | कंपनी … Read more

न्यूनतम मजदूरी क्या है? | मजदूरी के प्रकार

न्यूनतम मजदूरी अधिनियम श्रमिक वर्ग का किसी देश के आर्थिक विकास में सर्वाधिक योगदान होता है इसलिए सामाजिक और आर्थिक व्यवस्था में उन्हें महत्वपूर्ण स्थान मिलना चाहिए. औद्योगिक विकास के वर्तमान युग में यदि श्रमिक वर्ग असंतुष्ट है उसे उचित मजदूरी नहीं दी जाती उसका शोषण किया जाता है तो इसे औद्योगिक विकास का युग … Read more

मुस्लिम विधि के स्रोत

मुसलमानों की विधि दैवी प्रकाशन पर आधारित है और उनके धर्म से मिश्रित है. सर अब्दुल रहीम के शब्दों में हुकूम वह है, जो ख़ुदा के पैगाम ‘खिताब’ के द्वारा इंसान के काम के हवाले से माँग या उदासीनता जाहिर करता हो या तो महज इस्तकारिया ही कायम किया गया हो. इस्लाम में खुदा ही … Read more

मेहर का अर्थ, परिभाषा एवं प्रकार

मेहर का अर्थ मुस्लिम विधि के अनुसार, जब मुसलमान स्त्री का विवाह किसी मुसलमान पुरुष के साथ सम्पन्न होता है तो पति अपनी पत्नी को कुछ धनराशि देने का वचन देता है. धनराशि देने की शर्त निकाह के साथ ही घोषित कर दी जाती है और यदि निकाहनामा लिखित रूप में हुआ हो तो दस्तावेज … Read more

हिबा का अर्थ, परिभाषा, प्रकार एवं आवश्यक तत्व

मुस्लिम लॉ में कोई भी मुस्लिम व्यक्ति अपनी संपत्ति का एक तिहाई हिस्सा ही वसीयत कर सकता है. ऐसा हिस्सा वह किसी बाहरी व्यक्ति को वसीयत कर सकता है, जो उत्तराधिकारी शरीयत द्वारा तय किए गए हैं, उन्हें वसीयत अन्य उत्तराधिकारियों की सहमति द्वारा ही की जा सकती है परंतु मुस्लिम लॉ में हिबा नाम … Read more