विधिशास्त्र की समाजशास्त्रीय विचारधारा के मुख्य सिद्धांत
समाजशास्त्रीय विचारधारा विधि समाज के लिये है न कि समाज विधि के लिये (Law is a means to an end) इस विचारधारा के अनुसार विधिशास्त्र का अध्ययन ऐसी पद्धति से किया जाना चाहिए जिसमें ‘सामुदायिक’ जीवन के अन्तर्गत सम्पर्क में आने वाले व्यक्तियों के पारस्परिक सम्बन्धों और संव्यवहारों को नियमबद्ध किया जा सके अर्थात विधि … Read more